- 14 Posts
- 8 Comments
सरकार कोइ भी प्रोजेक्ट शुरु करने पहले रुपये खर्च करके कम्पनियो से सर्वे करवा कर ले आऊट पलान तैयार करवाती हे जिस पर कार्य शुरु किया जाता हे तो कया ये कम्पनिया इस मे सही सर्वे नही करवाती या फ़िर प्रजोक्ट से समबंधित अधिकारीगण इन्हे आगमी योजनाओ या अन्य शुरु होने वाले प्रोजेक्टो के बारे मे नही बताते जो एक प्रोजेक्ट के कारण कही तो करोडो का नुक्सान होता हे तो कही जनहानी तो कया इस मुदे पर सवाल उठने नही चहिये / हरियाणा सरकार दवारा एक रोहतक हिसार रोड को फ़ोर लेन मे तब्दील किया जा रहा हे ओर इस सडक का निर्माण कार्य प्रगती पर हे तो क्या इस सडक को शुरु करवाने से पहले इस के तैयार करवाये गये नक्से मे रस्ते मे आने वाली कठनाईयो जेसे दुशरे सरकारी प्रोजेक्ट जो शुरु हो चुके हे, एसे गाव जिन के घर,सरकारी या गेर सरकारी संस्थान जिस के बिच से ये निकलेगा जेसे अहम मुदो को नजर अंदाज केसे किया जा सक्ता हे और इस रास्ते के निर्माण मे तो ये काफ़ी हद तक हुवा भी हे तो क्या इन मुदो को जान बुझ कर नजर अंदाज किया गया था /
इस राष्ट्रयी राज मार्ग के निर्माण मे मयड गाव आता हे जिस के करीब 250 घर बेघर होने की कगार पर हे कया इन्हे जाट आंदोलन की सजा तो नही दी जा रही या फ़िर इतने घरो को एक साथ बरबाद करने के पिछे कोई ओर कारन हे / इससे आगे चले तो मिल्ट्री के अधिन घोडा फ़ार्म आता हे ओर इसे इस के मध्य से निकाल कर बगला रोड पर मिलाया जाना हे तो कया एक मिल्ट्री क्षेत्र से इसे निकालने के बाद वहा सुरक्षा वयव्सथा मे दिक्त नही आयेगी / इस के बाद ये गाव डंढूर के नजदिक से होता हुवा निकलेगा और यहा पर पहले से ही सरकारी वेयर हाऊस बनाने का काम प्रगती पर चल रहा था जिसे बिच मे रोकना पडा ओर इन गोदामो के बिच से हिसार सिरसा रोड को क्रोस करने के लिये पुल का निर्माण होना हे जिस से गोदामो के प्रोजेक्ट पर लगा हुवा रुप्या वयर्थ बरबाद होने वाला हे तो कया इन्हे पहले से इस बात का पता नही था इसी के पास सडक के उस पार नगर निगम हिसार का सोलिड वेस्ट मनेजमेन्ट के लिये लिया हुवा सथान (जो पहले से ही विवादो मे हे क्यो की इसे यहा बनाते समय कानुन को ताक पर रख कर सुप्रिम कोर्ट के आदेशो के विरुद ये जमिन ली गई थी ओर ये बिल्कुल गाव के समिप हे इसे यहा से स्तानांत्र की मांग गाव वाले निरनत्र उठा रहे हे) पुल के दुशरी तरफ़ आता हे / इसके बाद इसे बरवाला रोड मे मिलाने के लिये पशु प्रजन्नपियोजना हिसार मे से होते हुवे या आगे बने रामधन बिज फ़ार्म मे से गुजारा जायेगा जिस से इन फ़ार्मो को काफ़ी हद तक नुक्सान उठाना पडेगा / ये सब बाते देख कर तो ये ही आभास होता हे की ले आऊट पलान बनाते समय या तो धयान दिया ही नही जाता या फ़िर सिर्फ़ दिखावा किया जाता हे अगर मोके पर निरक्षण करके व भावी व शुरु की गई योजनाओ पर या बिच रास्ते मे आने वाले नुक्सान का आकलन करके सही तरह से पलान बनाया जाये तो ये जनहानी के नही जनहित के ले आऊट पलान बन सकते हे /
अब भी अगर सरकार चाहे तो जनहित की होने वाली हानी ओर जहा कार्य शुरु नही हुवा हे वहा के कुछ सरकारी संस्थानो को बच्चाया जा सकता हे इस रास्ते को बगला रोड से चोथामिल नहर तक लाकर यहा से राणा नहर की पटडी पर सिधा बरवाला रोड मे मिलाया जा सकता हे इस से पशु प्रजन्नपियोजना हिसार दो ओर रामधन बिज फ़ार्म दोनो बच जायेगे साथ ही मायड को बच्चाने के लिये इसे गाव से बहार से लिया जा सकता हे जिस से गाव भी बच जायेगा / साथ ही मे एक गुजारिस वन विभाग से करना चाहुंगा की इस मार्ग को बनाने मे काफ़ी पेड कटने की सम्भावना हे तो आप लोग इन के बदले मे इस के किनारे ओर अधिक पेड लगाये मगर सफ़ेदा नही कुछ ओर कयोकी ये पेड बरसात,आंधी तुफ़ान मे सडक पर गिर जाते हे ओर सडक रोकने के साथ साथ बडे हादसो का कारण बनते हे और साथ ये भी की इस रास्ते मे कई पिपल, बड जेसे बडे व पुराने पेड भी आयेगे इन्हे रिपलाटेशन के तहत कही ओर लगवाया जाये ओर आप को मेरी बात मजाक लगती हे तो आप मोदी जी ओर गुजरात से इस बारे मे जानकारी ले सकते हे पेड का स्थानात्रन केसे किया जाये /
Read Comments